तुलसीदास द्वारा रचित सुंदरकांड सबसे ज्यादा लोकप्रिय और महत्वपूर्ण माना गया है। सुंदरकांड पाठ में भगवान हनुमान के बारे में विस्तार से बताया गया है। जो भी जातक प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करता है उसकी एकाग्रता और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
एक किवदंती के अनुसार एक मत यह भी है के हनुमान जी की माता उन्हें प्यार से “सुंदरा” कहकर पुकारती थीं इसीलिए वाल्मीकि जी ने इस भाग का नाम सुन्दरकाण्ड रखा है।
For Vidhi,
Email:- info@vpandit.com
Contact Number:- 1800-890-1431
Write a public review